एग्रीस्टैक से लेकर गन्ना सेंटरों की घटतौली तक, एडीएम न्यायिक ने अफसरों को दिया तुरंत कार्रवाई का निर्देश
पीलीभीत। विकास भवन स्थित गोमती सभागार बुधवार को किसानों की आवाज़ और प्रशासन के संवाद का केंद्र बना। अपर जिलाधिकारी न्यायिक रोशनी यादव की अध्यक्षता में आयोजित किसान दिवस में न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई, बल्कि किसानों ने खुलकर अपनी समस्याएं भी सामने रखीं। कार्यक्रम में किसानों को एग्रीस्टैक फार्मर रजिस्ट्री, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, कृषि यंत्रों पर अनुदान, और पीएम कुसुम सोलर योजना के लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसी दौरान कई किसानों ने गेहूं की बुवाई के लिए डीएपी खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग उठाई, जिस पर जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जिले में खाद का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। किसान नेता सतविंद्र सिंह कहलो, मंडल अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन, ने दो बड़े मुद्दे उठाए। पीलीभीत बाईपास का निर्माण पूरा होने के बाद भी उसका संचालन शुरू न होना, जिससे शहर में गन्ना लादे वाहनों की भीड़ बढ़ रही है। गन्ना केंद्रों पर घटतौली की शिकायतों की तत्काल जांच। एडीएम न्यायिक रोशनी यादव ने मौजूद विभागीय अधिकारियों को किसान दिवस में प्राप्त शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। किसानों को कृषि, पशुपालन, पंचायती राज, विद्युत और गन्ना विभाग के अधिकारियों ने अपनी–अपनी योजनाओं की जानकारी दी।कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोयम्बटूर तमिलनाडु से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त के हस्तांतरण का लाइव प्रसारण भी किसानों को दिखाया गया। इस किसान दिवस में उप कृषि निदेशक राम मिलन सिंह परिहार, जिला पंचायती राज अधिकारी रोहित भारती, अधिशासी अभियंता विद्युत पंकज कुमार भारती, जिला कृषि अधिकारी नरेंद्र पाल, जिला गन्ना अधिकारी खुशी राम, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. पी.के. त्यागी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।