पीडीए जनचर्चा पंचायत में भाजपा सरकार पर साधा गया निशाना
पीलीभीत संवाददाता सबलू खा
पीलीभीत। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशानुसार तथा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में बरखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अमरगंज में पीडीए जनचर्चा पंचायत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बरखेड़ा विधानसभा अध्यक्ष एडवोकेट धनपति वर्मा ने की। अपने संबोधन में वर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को खाद, बीज और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं देने में पूरी तरह विफल रही है। बड़े पैमाने पर खाद की कालाबाजारी हो रही है और किसान लगातार धोखे का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि नौ वर्षों से भाजपा झूठे वादों के सहारे सत्ता चला रही है, जबकि किसानों को तबाही के सिवा कुछ नहीं मिला।
धनपति वर्मा ने कहा कि एक ओर किसान खाद और बिजली के अभाव में जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जंगली जानवरों के हमलों से ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। हालात इतने भयावह हैं कि जंगली जानवर मासूम बच्चों तक को शिकार बना रहे हैं। गरीब और किसान खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की अकर्मण्यता और निष्क्रियता से जनता में भारी आक्रोश है। किसानों की समस्याओं का समाधान तभी संभव है जब भाजपा सत्ता से बाहर होगी।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सपा जिला उपाध्यक्ष बालकराम सागर और काशीराम सरोज उपस्थित रहे। दोनों नेताओं ने भी किसानों, मजदूरों और गरीबों की समस्याओं पर खुलकर आवाज उठाई और भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ही किसानों को न्याय और गरीबों को सुरक्षा दिला सकती है। पंचायत में स्थानीय ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर अपनी समस्याएं रखीं। किसानों ने बताया कि खाद और बीज की किल्लत, बिजली कटौती और जंगली जानवरों के आतंक से उनकी फसलें चौपट हो रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो किसान सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
इस कार्यक्रम में बरखेड़ा महासचिव नरेश कुमार सागर, अशोक कुमार वर्मा, राजीव कुमार वर्मा, वेदप्रकाश दीक्षित, ऋषिपाल वर्मा, कांता प्रसाद वर्मा, मो. नवी, रूपलाल वर्मा, रामौतार मौर्य, धीरेन्द्र प्रताप वर्मा, राजबहादुर, योगेंद्र, मो. उवैस, सुरेन्द्र, विजेंद्र कुमार, नवनीत, मुनेंद्र पाल, नरेश चंद्र, सतीश चंद्र गंगवार, सोमपाल, सुरेश चंद्र, मदनलाल शर्मा, पुष्पेंद्र कुमार, गुलफाम अली, सहदेव गंगवार, रहीस अहमद, पुरुषोत्तम मौर्य, मुकेश पाल, अनोखेलाल श्रीवास्तव, अरविंद कुमार, सुखलाल गंगवार, परमानंद गंगवार, साधुराम सहित तमाम पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल रहे।