गाँव की गली और नाली बने घोटाले का ज़रिया
बिलसंडा (पीलीभीत),
ग्राम पंचायत बिलासपुर में विकास कार्यों के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। प्रधान मोहम्मद रफ़ी पर आरोप है कि पंचायत सचिव के साथ मिलकर उन्होंने अधूरे निर्माण कार्यों का पूरा भुगतान सरकारी खजाने से निकाल लिया। गाँव निवासी अर्पित त्रिपाठी ने इस धांधली की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। शुरुआत में मामला दबाने की कोशिश हुई, लेकिन जाँच टीम के गाँव पहुँचते ही हकीकत सामने आ गई।
रिपोर्ट में साफ़ लिखा गया है कि जिस काम के लिए लाखों रुपये पास किए गए, वह ज़मीन पर आधा-अधूरा ही किया गया। उदाहरण के तौर पर, गाँव की एक सड़क और नाली बनाने का प्रस्ताव था। लेकिन मौके पर गिनती की गई तो पाया गया कि जितना निर्माण होना था, उससे काफी कम काम किया गया। इसके बावजूद पूरा भुगतान उठा लिया गया।
दो अलग-अलग कार्यों को मिलाकर लगभग एक लाख इकसठ हज़ार रुपये की राशि का हेरफेर हुआ है। यानी काम अधूरा रहा, लेकिन बिल पूरा लगा दिया गया। इस खुलासे से गाँव में खलबली मच गई है। ग्रामीणों का कहना है कि नेता और अधिकारी मिलकर गाँवों के विकास को अपनी जेब भरने का साधन बना चुके हैं। लोगों ने माँग की है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में गाँव की गली-नाली फिर से भ्रष्टाचार की भेंट न चढ़े।