बुखार ने छीनी मासूम की मुस्कान रो पड़ा कनपरी गांव, सात साल की शीतल ने तोड़ा

Voice Of Pilibhit
0
बुखार ने छीनी मासूम की मुस्कान रो पड़ा कनपरी गांव, सात साल की शीतल ने तोड़ा दम इलाज से पहले ही बुझ गई ज़िंदगी की लौ

ज़िला संवाददाता सबलू खा

पूरनपुर (पीलीभीत)। ग्राम कनपरी में शनिवार की रात उस वक्त मातम छा गया जब महेंद्र सक्सेना की सात वर्षीय पुत्री शीतल तेज बुखार की चपेट में आ गई। बताया जा रहा है कि रात अचानक शीतल की तबीयत बिगड़ गई और बुखार तेजी से बढ़ता गया। परिजन उसे तत्काल नजदीकी डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने शीतल को बचाने की पूरी कोशिश की, मगर मासूम की सांसें थम चुकी थीं। शीतल तीन बहनों में सबसे छोटी थी और परिवार की लाडली मानी जाती थी। उसकी मौत से पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। घर का माहौल ग़मगीन है और परिवार के लोग रो-रोकर बेहाल हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि शीतल पढ़ाई में होनहार और हंसमुख स्वभाव की थी। उसकी अचानक मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि गांवों में बच्चों के इलाज और जांच की सुविधाएं बढ़ाई जाएं ताकि ऐसी त्रासदियां दोबारा न हों।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)
5/related/default