संवाददाता सबलू खा
पीलीभीत, पूरनपुर। शिक्षा को प्रोत्साहन देने और बच्चों का मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत पिपरा मुजप्ता में रविवार को एक अनूठा आयोजन किया गया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मेले के मौके पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2024-25 की परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को मंच पर बुलाकर पुरस्कार और सम्मान पत्र दिए गए। सम्मान समारोह में न केवल बच्चों का उत्साह देखने लायक था बल्कि अभिभावक और ग्रामीण भी इस पहल पर गर्व महसूस कर रहे थे।
ग्राम पंचायत में शिक्षा को बढ़ावा देने की यह परंपरा पिछले वर्ष शुरू की गई थी। अमन कीर्तन शुक्ला, प्रधान विनोद कुमार प्रजापति, रामसिंह राठौर, सत्यदेव कुशवाहा, अभिषेक शर्मा (गोलू शर्मा), आकाश शर्मा, विकास गौतम, विशाल शर्मा, पत्रकार मंजीत शर्मा, धर्मवीर वाल्मीकि, सत्यदेव शर्मा और अरुण शर्मा ने इस अभियान को गति दी थी। उसी पहल को आगे बढ़ाते हुए इस बार भी मेले के मंच से मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया।
ग्राम पंचायत पिपरा मुजप्ता के हाईस्कूल वर्ग में विवेक शर्मा पुत्र संत कुमार शर्मा ने 79.16 प्रतिशत और कृतिका कुशवाहा पुत्री रामपाल कुशवाहा ने 78.33 प्रतिशत अंक प्राप्त कर गौरव हासिल किया। इंटरमीडिएट वर्ग में आकाश वाल्मीकि पुत्र सुरेश कुमार वाल्मीकि ने 66.40 प्रतिशत और अंजलि दीक्षित पुत्री मनोज दीक्षित ने 72.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। सभी विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया और उन्हें और मेहनत करने की प्रेरणा दी गई। सम्मान समारोह में पुष्पेंद्र शर्मा का भी विशेष उल्लेख किया गया, जिन्होंने एमबीबीएस परीक्षा उत्तीर्ण कर डॉक्टर बनने का गौरव हासिल किया है। गांव के इस होनहार युवक की सफलता से पूरे क्षेत्र का मान बढ़ा है और युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने की दिशा मिली है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुनेन्द्र पाल सागर, सच्चिदानंद वर्मा, डॉ. जीतेन्द्र पासवान, प्रधान विनोद कुमार प्रजापति, पूर्व प्रधान सतीश शर्मा, डॉ. दिनेश राठौर, मनोज कुमार शर्मा और राजाराम मौजूद रहे। अतिथियों ने सभी बच्चों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि शिक्षा ही वह शक्ति है जिससे जीवन की हर लड़ाई जीती जा सकती है।
गांव में शिक्षा के क्षेत्र में लंबे समय से योगदान दे रहे तिलक राम (मास्टर साहब), फतेहचंद्र शुक्ला (लल्ला राम), लाला राम शर्मा, शिवकुमार शर्मा, रामनिवास शर्मा और वेद प्रकाश शर्मा का भी सम्मानपूर्वक उल्लेख किया गया। इन सबके प्रयासों से गांव में शिक्षा का माहौल लगातार सशक्त हो रहा है। गांव के इस सम्मान समारोह ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि मेहनत और लगन से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं का हौसला कभी व्यर्थ नहीं जाता। मंच पर मिले पुरस्कार और ग्रामीणों की तालियों की गूंज ने बच्चों के भीतर नई ऊर्जा भर दी, जो आने वाले समय में निश्चित ही जिले और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।